हमारे प्राचीन धार्मिक ग्रंथो और संस्कृति में मानव जाती के परम कल्याण के लिए अनेकानेक सुझाव दिए गए है जिन पर चलकर मनुष्य अपना आध्यात्मिक विकास किस तरह से करे और अपना जीवन शुध्ध और सदाचारी किस तरह से बनाये यह बताया गया है | आज प्रत्येक व्यक्ति अनिश्चितता के वातावरण में जी रहा है | बहुत सुख और सुविधा मिलाने के बावजूद मनुष्य को शांति नहीं है | आज उसे एक अच्छे मार्गदर्शन कि आवश्यकता है | जिस पर चलकर वह अपने कर्म के प्रति निष्ठावान होकर अपने राष्ट्र धर्म का पालन करे और परिवार में सामंजस्य बनाये रखे | हमारी परमादरणीय धार्मिक पुस्तक श्रीमद्भगवद्गीता जो कि संसार भर में व्यापक रूप से पढ़ी जाती है, ने जीवन के हर एक पहलू को छुआ है |
डॉo एम्.एल.खुराना जो भारतीय राष्ट्रीय सहकारी आवास संघ के सफल व् कर्मठ प्रबंध निदेशक है और कई आंतराष्ट्रीय संगठनो से जुड़े हुए है, उन्होंने अपनी अतयधिक व्यस्तता के बावजूद समय निकालकर " गीता ऑन मैनेजमेंट " नामक यह पुस्तक लिखी जो कि एक सराहनीय प्रयास है |
डाउनलोड लिंक -
दी गीता ऑन मैनेजमेंट - by - डॉo एम्.एल.खुराना